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गुरुग्राम: अपनी हेल्थ की अनदेखी करती हैं भारतीय महिलाएं: सुनीता मुखर्जी






-फोर्टिस का मैत्री क्लीनिक महिलाओं में मेनोपॉज में देगा मदद



-फोर्टिस अस्पताल ने लांच किया मेनोपॉज क्लीनिक मैत्री



गुरुग्राम । महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर मेनोपॉज हेल्थकेयर के लिए फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने क्लीनिक-मैत्री शुरू किया है। इस क्लीनिक का उद्घाटन भारत सरकार में पूर्व स्वास्थ्य सचिव सुनीता मुखर्जी ने किया।



अपने संबोधन में सुनीता मुखर्जी ने कहा कि भारत में दुनिया की 50 फीसदी महिला आबादी रहती है, लेकिन वे खुद ही अपनी हेल्थ संबंधी जरूरतों की अनदेखी करती हैं। खासतौर से मेनोपॉज के दौरान वे अक्सर अपने प्रति लापरवाह रहती हैं। इस कमी को भरने के लिए फोर्टिस गुरुग्राम द्वारा मेनोपॉज क्लीनिक लॉन्च करने की पहल सराहनीय है। जो स्पेश्यलाइज्ड प्रीवेंटिव केयर और एजुकेशन की पेशकश करते हुए हर महिला की वैलबींग को प्राथमिकता देगा।



सीनियर डायरेक्टर एवं एचओडी, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनीकोलॉजी, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट प्रोफेसर डा. सुनीता मित्तल ने कहा कि रिपोर्टों के अनुसार 40 से 45 साल की आयुवर्ग की महिलाओं में अर्ली मेनोपॉज (सामान्य उम्र से पहले) के लक्षण दिखायी देने लगते हैं। साथ ही हॉट फ्लश, वजन बढऩे, मूड स्विंग्स, अनियमित ब्लीडिंग, जैसी समस्याएं भी सामने आती हैं। महिलाओं को कई तरह की हेल्थ समस्याओं का सामना करना पड़ता है, ऐसे में वे इस क्लीनिक में गाइनीकोलॉजिकल हेल्थ, मेनोपॉजल हेल्थ, मेंटल हेल्थ तथा डायट एवं वेट कंट्रोल से लेकर हार्ट और बोन हेल्थ जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकती हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर महिलाओं में 45 से 52 साल की उम्र के दौरान मेनोपॉज (रिप्रोडक्टिव आयु समाप्त होने की लाइफ स्टेज) होता है, जो उनकी बायोलॉजिकल एजिंग का एक पड़ाव है। पेरीमेनोपॉज यानि ट्रांजिशनल पीरियड मेनोपॉज से कई साल पहले से लेकर मासिक धर्म बंद होने के बाद एक साल तक रह सकता है।

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