नई
दिल्ली । देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि
की रफ्तार मार्च में सालाना आधार पर 5.2 फीसदी रही है। हालांकि, यह वृद्धि
इससे पिछले महीने के मुकाबले कम है। इस साल फरवरी में इसकी वृद्धि दर 7.1
फीसदी रही थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार
को जारी एक बयान में बताया कि आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर
मार्च में सालाना आधार पर बढ़कर 5.2 फीसदी (अंतिम) हो गई। इससे पिछले महीने
फरवरी में यह दर 7.1 फीसदी रही थी। जनवरी 2024 में यह 4.1 फीसदी बढ़ा था,
जबकि मार्च 2023 में इसकी वृद्धि की रफ्तार 4.2 फीसदी रही थी।
मंत्रालय
के मुताबिक मार्च में सीमेंट, कोयला, बिजली, प्राकृतिक गैस, इस्पात और
कच्चे तेल के उत्पादन में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि, संचयी
रूप से वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-मार्च के दौरान इन क्षेत्रों के
उत्पादन में वृद्धि दर धीमी होकर 7.5 फीसदी रही है, जो इससे पिछले वित्त
वर्ष के 7.8 फीसदी के मुकाबले कम है।
उल्लेखनीय है कि भारत
में आठ प्रमुख उद्योगों को कोर सेक्टर कहा जाता है। इन उद्योगों के उत्पादन
को कोर सेक्टर का उत्पादन कहा जाता है। इन आठ उद्योगों में कोयला, कच्चा
तेल, प्राकृतिक गैस, रिफ़ाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली
शामिल है। देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आइआइपी) में आठ प्रमुख
बुनियादी क्षेत्रों का योगदान 40.27 फ़ीसदी है।